अगर ऐसा है तो फिर क्यों न उन बयानों की भी बोली लगाई जाए जो उन हर शख्सियत को भी अपनी मार्केटिंग करने में मदद करेगा !
सलमान खान के फिल्मो की स्क्रिप्ट !
2011 का वो विश्वकप कौन भुला होगा जिसमे धोनी ने छक्का मरकर श्रीलंका के खिलाफ जीत हासिल की थी ,और भारतीय प्रशंसको का दिल जीता था | इतिहास गवाह है की 2011 के विश्वकप के असली हीरो युवराज सिंह थे और जब 15 फरवरी को एडिलेड में पाकिस्तान को हराया तो पूरा मुल्क ख़ुशी से पागल हो गया |
पर जब आज सुबह आईपीएल की नीलामी हुई और युवराज सिंह को खरीदने के लिए हर खरीददार एड़ी चोटी का जोड़ लगा कर 16 करोड़ में इस खिलाड़ी को ख़रीदा तो कई सवाल पैदा कर गया और एक पिता का गुस्सा जगजाहिर हो गया |
पिता योगराज सिंह ने जैसे आरोपो की झड़ी सी लगादी हालांकि उनके कई ऐसे सवाल है जो मीडिया भी काफी समय से जानना चाहता था की आखिर विश्वकप में चयन न होने की ऐसी कोनसी बड़ी वजह रही की उनका चयन नहीं हो सका ? पिता योगराज सिंह के सवालो से ऐसा प्रतीत हो रहा था जैसे ऐसी बात तो नहीं जिसकी वजह खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी रहे हो |
हालांकि युवराज सिंह ने अपने ट्वीट में यह कहकर बात टालने की कोशिश तो नहीं कर गए जिससे क्रिकेट कैरियर पर सवाल पैदा हो जाये उन्होंने कहा
"Like every parent my dad is also passionate and I am sure got carried away always enjoyed playing under Mahi n would do so in future"
"हर पिता की तरह मेरे पिता भी भावुक हो गए है मुझे माहि की कप्तानी में खेलने में हमेशा मज़ा आया है और आगे भी आएगा"
अब सवाल ये है की आखिर ऐसी कोनसी वजह रही है जिनकी वजह से क्रिकेट के सिक्सर किंग कहे जाने वाले युवराज का चयन नहीं हुआ और हाल ही में पंजाब की तरफ से खेलते हुए रणजी ट्रॉफी में भी शानदार प्रदर्शन किया था |